मेरे उठे हिर्दय में हिलौर सखी री वृंदावन जाउंगी,
वृंदावन जाउंगी सखी री बरसाना जाउंगी.
उड़े लाल गुलाल अबीर सखी री वृंदावन जाउंगी
खूब गुलाल उड़े वृंदावन मच रही है होरी,
श्याम डाले के सर को नीर सखी री वृंदावन जाउंगी,
वृंदावन जाउंगी सखी री बरसाना जाउंगी.
उड़े लाल गुलाल अबीर सखी री वृंदावन जाउंगी
प्यारी राधा प्यारे कान्हा प्यारी ब्रिज गोपी,
मैंने बांधी श्याम संग डोर सखी री वृंदावन जाउगी
वृंदावन जाउंगी सखी री बरसाना जाउंगी.
उड़े लाल गुलाल अबीर सखी री वृंदावन जाउंगी
श्याम सलोने संवारे कान्हा राधा है गोरी,
मैं कैसे धारु अब धीर सखी री वृंदावन जाउंगी,
वृंदावन जाउंगी सखी री बरसाना जाउंगी.
उड़े लाल गुलाल अबीर सखी री वृंदावन जाउंगी
धर्मदेव तेरो गुण गावे सुन लो बनवारी,
मैंने जोड़ी हैं तुमसे प्रीत सखी री वृंदावन जाउंगी
वृंदावन जाउंगी सखी री बरसाना जाउंगी.
उड़े लाल गुलाल अबीर सखी री वृंदावन जाउंगी
Aashish Kaushik
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