बड़े नाज़ुक हैं मेरे हालात कन्हैया मेरी लाज रखना
कहलाते हो तुम दीनानाथ कन्हैया मेरी लाज रखना
कन्हैया मेरी लाज रखना ................
हमको ठगा है अपनों ने ही लूट लिया है सपनो ने ही
मेरी कुछ भी नहीं है औकात कन्हैया मेरी लाज रखना
कन्हैया मेरी लाज रखना ................
उलझन भी अब बढ़ती जाए हालत भी अब बिगड़ती जाए
मेरे बस में नहीं है अब ये बात कन्हैया मेरी लाज रखना
कन्हैया मेरी लाज रखना ................
मेरी बिगड़ी बात बना दो खुशियों से जीवन महका दो
चहुँ इतनी सी बस सौगात कन्हैया मेरी लाज रखना
कन्हैया मेरी लाज रखना ................
है अनमोल ये लाज का गहना इसके बिना बेकार है जीना
मोहित दिल के हैं ये जज़्बात कन्हैया मेरी लाज रखना
कन्हैया मेरी लाज रखना ................