इक तारा बोले बंजारा बोले,
मैं भोलू ये दुनिया बोले ये जग सारा बोले,
इक तारा बोले बंजारा बोले
गलियों में वो घूम रहा था,
वफ़ा के मोती वो ढूंढ रहा था,
किसी को नजरे ढूंढ रही थी वो तो रब को ढूंढ रहा था,
मैं बोलू ये दुनिया बोले ये जग सारा बोले,
इक तारा बोले बंजारा बोले
दरिया में कश्ती डोल रही थी,
मौला मौला बोल रही थी,
चपु दरिया पार करवाए मिल जाएगा तुझे साहरा,
मैं बोलू ये दुनिया बोले ये दरिया का किनारा बोले,
इक तारा बोले बंजारा बोले
वली सन्ति सब उसका जलवा,
साई का तू समज इशारा,
सच्चे मन से कर ले इबादत होगी तुझपे रब की
मैं बोलू ये दुनिया बोले अपने रब का हो ले ,
इक तारा बोले बंजारा बोले