मैं ढोल भजाउँ जोर जोर से,
नाच रहा मेरा श्याम,
श्याम मेरा है बड़ा ही सोहन एह्दे वरगा होर न होना,
नाच रहा है धरती अम्बर श्याम लोर में,
मैं ढोल भजाउँ जोर जोर से,
वृन्दावन में श्याम श्याम है,
गली गली में श्याम श्याम है,
श्याम मेरे ने बाँध लिया है प्रेम डोर से,
मैं ढोल भजाउँ जोर जोर से,
श्याम रंग है सब न चड़ेया,
भव सागर तो पार है करेया,
श्याम मेरा ता दिल दियां जाने सुनो गौर से,
मैं ढोल भजाउँ जोर जोर से,