सवारियां तेरी बंशी बुलावे,मैं दौड़ी आऊं यमुना किनारे
मुरली तू जब भी बजावे सुन कर मैं आऊं यमुना किनारे
यमुना किनारे मेरा मन हारे,यमुना किनारे मोहन मेरा मन हारे
बांसुरी तेरी मुझको बुलावे सावरिया तेरी बंशी बुलावे
यमुना किनारे मोहन तू ना पीआर आया
बंशी की धुन आई पर कैसे ना तू आया
मैं ढूंढू तुझे यमुना किनारे सवारिया तेरी बंशी बुलावे
मुरली तू जब भी बजावे सुन कर मैं आऊं यमुना किनारे