मेरे दिल को चुराया कन्हियां ने,
मुझे अपना बनाया कन्हियां ने,
मेरे दिल को चुराया कन्हियां ने,
इक दिल ही तो था वो भी तुम ले गये,
ज़िंदगी भर तड़पने का गम दे गये,
प्यार का रंग चढ़ाया कन्हियां ने,
मुझे अपना बनाया कन्हियां ने,
मेरे दिल को चुराया कन्हियां ने,
इतना करके भी दर्शन दिखाता नहीं,
तान मुरली कि मीठी सुनाता नहीं,
ऐसा चकर चलाया कन्हियां ने,
मुझे अपना बनाया कन्हियां ने,
मेरे दिल को चुराया कन्हियां ने,
कोई पगल कहे या दीवाना काहे,
इनकी खातिर ज़माने के ताने सहे,
हम को ऐसा फसाया कन्हैया ने,
मुझे अपना बनाया कन्हियां ने,
मेरे दिल को चुराया कन्हियां ने,
प्रीत चरणों में तेरी लगाई प्रभु,
झूठी दुनिया भी हमने भुलाई प्रभु,
रोग कैसा लगाया कन्हियां ने,
मुझे अपना बनाया कन्हियां ने,
मेरे दिल को चुराया कन्हियां ने,
श्याम सूंदर मुझे और तरसाओ न,
कर दया मातृ दत्त को अब अपनाओ न,
क्यों ये बंधन बंधाया कन्हियां ने,
मुझे अपना बनाया कन्हियां ने,
मेरे दिल को चुराया कन्हियां ने,