तर्ज-तेरी मेरी कट्टी हो जाएगी(रामावतार शर्मा जी का)
धार्मिक उन्माद फैलाना, झगड़ों को और बढ़ाना, है कोई अच्छी बात नहीं
भड़काऊ गीतों को गाना, पागल जैसे चिल्लाना, है कोई अच्छी बात नहीं
हिन्दू मुस्लिम जब भाई हैं, फिर बोलो कैसी लड़ाई है-(२)
दिल में नफरत भड़काना, खुद को ऊँचा बतालाना, है कोई अच्छी बात नहीं
जो होगा अल्लाह जाने है, भगवान ही सब पहचाने है-(२)
फिर क्या माथा फुड़वाना, अपनी ताकत को बताना, है कोई अच्छी बात नहीं
गाना हो तो ऐसे भजन गाओ, जिनसे झगड़ों को सुलझाओ
फिर आग में घी का मिलाना, नफ़रत शब्दों से जताना, दर्शाये मर्द की जात नहीं
मन्दिर मन्दिर चिल्लाते हो, उनको यूँ तुम क्यूँ चिढ़ाते हो
भूमी तो रामलला की है,फिर क्यूँ इतना घबराते हो
मन्दिर तो बन के रहेगा, जब राम धनुष चल देगा, फिर मुश्किल कोई बात नहीं
जो रामलला का है सो है,फिर बोलो कैसा झगड़ा है
जिन बातों को इतिहास कहे,उसमें फिर कैसा लफड़ा है
पड़ सकता है पछताना,आपस में भेद जताना,'मोहित' की मानो बात सही
मोहित साईं(भजन गायक एवं लेखक)
अयोध्या धाम
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