सब संगत नु वधाई होवे,
दिन सत जुलाई दा आया,
मैं दर्श गुरा दा पाया,
सब संगत नु वधाई होवे,
संगता ने फूल बरसाए मेरे गुरु जी तारण आये,
आज सब दे दिल हरषाये सब संगत नु वधाई होवे,
शृष्टि दा बालक आया ओहने आ के सुख बरसाया,
कश्ता नु ओहने मिटाया,
सब संगत नु वधाई होवे,
तेरी जय जय कार करा मैं तनु हर पल याद करा मैं,
मैनु बक्शन वाला आया सब संगत नु वधाई होवे,
सब जाने कुल ज़माना गुरु जी नु दिल च वसा,
ओहदा हर यस मैं ता गाना सब संगत नु वधाई होवे,