तंग करे है यो नन्द तेरो लाला,
गगरियाँ तोड़ के ,
गगरियाँ फोड़ के बहियाँ मरोड़ के,
कैसे पनघट जाए ब्रिज बाला गगरियाँ तोड़ के ,
मटक मटक के जो चले हम डगरिया
छुप के कदम से मार दे कंकरियां,
मोरा अर्ज न सुने है गोपाला,
गगरियाँ तोड़ के ,
चढ़ के अटरिया पे माखन चुरावे ,
गट के दीवानी न ही बंसिया बजावे,
मोरा जीना दुस्वर कर डाला,
गगरियाँ तोड़ के ,
हे नन्द बाबा कुछ करो इंतजाम जी,
करो विश्वाश जी मोरी बती मान जी ,
अमिरता कहे नटखट तेरो कान्हा,
गगरियाँ तोड़ के ,