सब कुछ मिलता जाता है माँ बाप नहीं मिलते,
ज़िंदगी भर पछताते जो कदर नहीं करते,
माँ बाप से बढ़ कर दुनिया में कुछ भी नहीं,
वो संग नहीं तेरे तो कुछ भी संग नहीं,
किस्मत वाले है वो जो इनका प्यार पाते है
ज़िंदगी भर पछताते जो कदर नहीं करते,
माँ का अंचल सिर पर है वो जन्नत क्या होगी,
पिता भी संग रहे वो दौलत क्या होगी,
जो करते इनका बुरा वो बुरा ही बरते है,
ज़िंदगी भर पछताते जो कदर नहीं करते,
जब मुशीबत में था तू माँ बाप ने देखा,
तूझे पढ़ा लिखा कर के इक सपना था देखा,
जब तेरी बारी थी तू भूल गया इनको,
ज़िंदगी भर पछताते जो कदर नहीं करते,