विनती सुनो वीर हनुमान मेरे मन मंदिर में रहना,
मेरे मन में रहना श्री राम से मुझे मिलाना,
किया सबका ही कल्याण,
मेरे मन मंदिर में रहना........
सुगरीव से राम मिलाये सौभागय बभीषन पाए,
पुरे करो मेरे अरमान मेरे मन मंदिर में रहना,
तुम जो सिंधुर लगाए यही रंग राम को भये,
मैं भी भरु इसी से मांग मेरे मन मंदिर में रहना,
वरदान यही मिल जाए मेरा सुहाग अमर हो जाये,
संकट मोचन दया निदान मेरे मन मंदिर में रहना,