करदो इक वार कर्म शिरडी के साई बाबा,
झोली मजदुर की खैरात से भर दो बाबा,
करदो इक वार कर्म शिरडी के साई बाबा,
दर से मायूस कभी तेरा सवाली न गया,
खाली हाथ आया मगर लौट के खाली न गया,
करदो इक वार कर्म शिरडी के साई बाबा,
अपनी रेहमत का बाबा हम पे ढाल दो साया,
अपनी फर्याद को मैं आप के दर पे लाया,
करदो इक बार कर्म शिरडी के साई बाबा
तुम ने लाखो की किस्मत पल में सवारी बाबा,
सब के सिर हाथ तेरा मेरी है बारी बाबा,
करदो इक बार कर्म शिरडी के साई बाबा
तेरा दरबार में बिगड़ी सब की बन जाती है,
तेरे साहिल की अखियां दर्शनों को प्यासी है,
करदो इक बार कर्म शिरडी के साई बाबा