जब सारी सृष्टि का रखवाला है अपना डमरू वाला,
तो क्यों न इसके पास आके झूम नाच गा ले,
मना ले मना ले मना ले शिव शंकर भोले नाथ को मना ले,
देवताओ में सब से निराला है,
मेरा शम्भू बड़ा भोला है,
जो पी जाये विश का पायला है अपना डमरू वाला,
तो क्यों न इसके पास आके झूम नाच गा ले,
मना ले मना ले मना ले शिव शंकर भोले नाथ को मना ले,
शीश पर जिसके गंगा की धारा है,
वो नाथो का नाथ बड़ा प्यारा है,
जो पहने भागमर शाळा है अपना डमरू वाला,
तो क्यों न इसके पास आके झूम नाच गा ले,
मना ले मना ले मना ले शिव शंकर भोले नाथ को मना ले,