मेरे सांवरे तुम दगा तो न दोगे,
दगा तो न दोगे दगा तो न दोगे,
अलख जगा के भुजा तो न दोगे,
मेरे सांवरे तुम दगा तो न दोगे,
तेरे बिन कौन कन्हियाँ मेरा इस जहां में,
दूजा नहीं है कोई इस अरमान में,
अपना बना के दगा तो न दोगे,
दगा तो न दोगे दगा तो न दोगे,
अलख जगा के भुजा तो न दोगे,
मेरे सांवरे तुम दगा तो न दोगे,
हम होते श्याम कन्हैया तेरे इन्तजार में,
तन्हा लगे ये जीवन इस संसार में,
मुझको जगा के सुला तो न दोगे,
भुला तो न दोगे भुला तो न दोगे
मेरे सांवरे तुम दगा तो न दोगे,