पार्वती का दुलारा तू है सब से निराला,
तेरे बिन सारा जग है अधूरा,
लम्बोदरा लम्बोदरा,
तेरी जय हो मेरे परमेश्वरा
लम्बोदरा लम्बोदरा,
सच्चे मन से जो भी पुकारे तू चला आता है,
पल भर में दुखियो का दुःख हर जाता है,
करता सब की आशाओं को पूरा,
लम्बोदरा लम्बोदरा,
दर से तेरे गया न खाली कोई गजानन,
आया मैं भी बन फरयादी आज तेरे आँगन,
बिगड़ी मेरी भी बना दे विधनेशरा,
लम्बोदरा लम्बोदरा,