प्रीत में तेरी मोहन कभी हार न मानी है,
ओ सँवारे तेरी राधा दीवानी है ,
सूद बुध को विसराये जे जग से बेगानी है,
ओ सँवारे तेरी राधा दीवानी है ,
राधा ने किया तुमपे जान कुर्बान है,
जानती है दुनिया जानता जहान है,
गोपियों का क्या कान्हा वो आनी जानी है,
ओ सँवारे तेरी राधा दीवानी है ,
श्याम तेरी सूरत पे मरती है राधा प्यार तुझे करती है हद से भी ज्यादा,
वेदो और ग्रंथो ने तेरे महिमा बखानी है,
ओ सँवारे तेरी राधा दीवानी है ,
राधा के बिना तू है श्याम अधूरा दोनों मिल के होता नाम ये पूरा ,
रिम गम आजमी यशवत सहानु अमर कहानी है,
ओ सँवारे तेरी राधा दीवानी है ,