पागल कर डारी श्याम ने पागल कर डारी
नैनो से जादू दाल श्याम ने पागल कर डारी
मोठे मोठे नैनन पे मैं हो गई बलिहारी
बन दीवानी छम छम नाचूं दे देके तारी
मैं तो भूली घर परिवार श्याम ने पागल कर डारी
लट घुंघराली कामर काली मदन मुरारी की
मैं दिल हारी छवि निहारी बांके बिहारी की
दिल ले गया नन्द कुमार श्याम ने पागल कर डारी
कोई कहे पगली कोई मस्तानी कोई कहे बावरिया
लोक लाज तज ओढ़ी श्याम नाम की चादरिया
चाहे रूठे सब संसार श्याम ने पागल कर डारी
छवि देखत चंदा भी लजाये पूरणमासी का
छोटा सा अरमान ये किशन बृजवासी का
तन तजूं आपके द्वार श्याम ने पागल कर डारी