मैं बन के मोर रंगीला श्री यमुना तट पे जाऊ,
तुम मुरली मधुर बजाओ मैं प्रेम से नाचू गाउ
मैं बन के मोर रंगीला श्री यमुना तट पे जाऊ
मैं बन के जल की मछली श्री यमुना में छिप जाऊ,
मेरे श्याम नहाने आओ छू चरण परम पद पाउ,
मैं बन के मोर रंगीला श्री यमुना तट पे जाऊ
मैं बन के श्याम पपीहा पिया पिया रटन लगाउ,
तुम स्वाथी बून्द बन बरसो जन्मो की प्यास बुजाउ,
मैं बन के मोर रंगीला श्री यमुना तट पे जाऊ
मैं बन के श्याम चाकोरा नैनो में नीर भर लाउ,
तुम श्याम चंदर बन आओ मैं जल का अरग चड़ाउ,
मैं बन के मोर रंगीला श्री यमुना तट पे जाऊ
मैं बन के बांस की पोरी हरी अधरं सो लग जाऊ,
अगर श्याम मुझे भजावे मैं अधर सुधा रस पाउ,
मैं बन के मोर रंगीला श्री यमुना तट पे जाऊ