अब ना सताओ जल्दी से आओ,
अब न रुलाओ जल्दी से आओ,
ओ कान्हा तेरे बिना मुझको कुछ भी न भाये,
अब न रुलाओ जल्दी से आओ,
अखियां तरस गई तेरे दीदार को,
देर न लगाओ मोहन इस लाचार को,
कैसे बताऊ कैसे समबालु,
कृष्ण तू ही सब में समाये,
अब न रुलाओ जल्दी से आओ,
कहा या छुपा है कन्हियाँ सुन के तो आओ,
जान दे दूंगा आ सच में अब न सताओ ,
दिल में वसे हो कण कण में वसे हो,
तू ही आके समजाओ,
अब न रुलाओ जल्दी से आओ,