राधे किरपा बरसादे हमे संवारे से मिला दे
जन्मो की तृष्णा मिटा दे हमे संवारे से मिला दे
राधे किरपा बरसादे हमे संवारे से मिला दे
करुना का अमृत पिला दे दया संवारे की दिला दे
राधे किरपा बरसादे हमे संवारे से मिला दे
कैसे हुई तू मुरारी की प्यारी
कैसे हुय तेरे वश में बिहारी
कान्हा कान्हा जपे गोपिया सारी
राधे राधे क्यों रटे वनवारी
ये भेद क्या है बतादे हमे संवारे से मिला दे
राधे किरपा बरसादे हमे संवारे से मिला दे
टालेगे ना तेरा केहना कन्हियाँ देदेंगे प्रेम की शीतल छैयां,
तेरा काहा मान के जग के खावैयाँ कर दे उस पार हमारी भी नैया
अर्जी हमारी लगा दे हमे संवारे से मिला दे
राधे किरपा बरसादे हमे संवारे से मिला दे
तू ले चले थाम कर जो कल्हाई
चख ले हमारा भी मखन भी कन्हाई
तेरे इशारे पे सांसे चलाई
बरसो बरस तेरी रटना लगाई
तू आज वादे निभादे हमे संवारे से मिला दे
राधे किरपा बरसादे हमे संवारे से मिला दे