सिंह पे बैठी मेरी माँ लागे बड़ी सोहनी,
लागे बड़ी सोहनी लागे बड़ी सोहनी,
सिंह पे बैठी मेरी माँ लागे बड़ी सोहनी
जिस ने ये मैया तेरा मुकट बनाया ,
मुकट बना के तेरे सिर पे सजाया,
सेहरे पे जाओ बलिहार लागे बड़ी सोहनी,
सिंह पे बैठी मेरी माँ लागे बड़ी सोहनी
जिसने ये मैया तेरी चुनर बनाई,
चुनर बना के तेरे तन पे उड़ाई,
चुनर का कोई न जवाब लागे बड़ी सोहनी,
सिंह पे बैठी मेरी माँ लागे बड़ी सोहनी
जिस ने ये मैया तेरी महिमा सुनाई,
पूर्वी अमन ने तेरी ज्योति जगाई,
केशव भी गाये गुण गान,लागे बड़ी सोहनी,
सिंह पे बैठी मेरी माँ लागे बड़ी सोहनी