ऐ कन्हैया ऐ कन्हैया
तू ही खाटू वाला नंदलाला
जन्म से तेरे धन्य हुए हम
इस आनंद में मग्न हुए हम
तू ही पालनहारा नंदलाला
मन तेरा फूलों सा कोमल
भाव तेरे निर्मल निर्मल
तू ही दूर दृष्टिवाला नंदलाला
माखन खाये चोरी चोरी
मैया तोहरे पीछे दौड़ी
नटखट है गोपाला नंदलाला
बैठी हूँ मैं आस में तेरी
भर दे खाली झोली मेरी
सुन मेरी भी मुरलीवाला नंदलाला
सूरज निकला डूब गया है
सांझ भयी यहाँ भक्त खड़ा है
दर्श दिखा बंसी वाला नंदलाला