सुन रे सुन रे खाटू वाला,
सुन रे सुन रे मुरली वाला,
ओ संवारा राधा का पिया,
हमारे मन में बुजा दे पाप का जलता दीया,
लोभी मन ललचावे काही जाओ कहो जावे,
अरे अंकुर फूटे बुराई का मन में,
अरे हलचल सी हॉवे जाने तन में पाप का बेरो जनम हो जावे,
के कर दिया पछतावे जिया म्हारे मन में बजा दे पाप का जलता दीया....
महरो मन घबरावे मंदिर में नही जावे,
अरे पोलिया जो मरे मदिर की घंटी,
अरे शालार वी ताना देवे है माहने मूरत वी बोले सुनावे जीया,
काही मिलसी सजा मेरा धडके जिया,
म्हारे मन में बजा दे पाप का जलता दीया....
देदियो ते मने शक्ति तरवा लाबू करवा की भगती,
जीवन की नैया या पार हो म्हारी
आरे संकट है भारी तारो बनवारी जीवन की माहरे हो जावे मुक्ति,
अरे रुल गी कहिया हमरा रोवे जिया म्हारे मन में बजा दे पाप का जलता दीया....