दे चरणों का ध्यान सांवरे रखले सेवादार
तेरे भवन पे करूँ चाकरी सुनले तू एक बार
प्रेमियों को मैं भजन सुनाऊँ एक पल भी ना सोऊँ
अमृत समय में मंदिर को तेरे पलकों के संग धोऊँ
बागों में से फूल तोड़ के बगिया में से फूल चुन बनाऊं सूंदर हार
दे चरणों का ध्यान सांवरे रखले सेवादार
हार श्रृंगार मैं करके तेरा मूरत सजाऊँ
इत्र छिड़कूं द्वारे मंदिर को महकाऊँ
डीप ज्योत से करूँ आरती सुनले तू एक बार
दे चरणों का ध्यान सांवरे रखले सेवादार
सचिन के भजन से बाबा तेरे प्रेमी जन सब झूमे
किरपा तेरी सबपे बरसे दुखी न कोई घूमे
तेरी दया से काम बने सब सुनले तू एक बार
दे चरणों का ध्यान सांवरे रखले सेवादार