आजाओ मेरे श्याम देर क्यू लगायी जे,
असा तेरे नाल भगवन प्रीत निभायी जे,
इस जीवन दिया घड़ियाँ,
ओ छिन छिन बीतिया चलिया,
असी वी श्यामा तेरे दरश नु कदो दिया खडीया,
देर क्यू लगायी है........
इस मन विच वासा तेरा,
उस मन नु क्या समझाना,
द्वार तेरे नु छड़के श्याम दस होर किते मैं जावा भुल ना जावी वे
असा तेरे नाल भगवन........
इस भोर पाप दी नगरी विच मेरा दिल नहियो लगदा,
मन मंदिर दे अन्दर तेरे नाम दा दीप है जगदा के ज्योत जगाई वे,
असा तेरे नाल भगवन.........