बड़ा प्यारा लगे है दरबार बाला जी,
ओये किस ने किया तेरा शृंगार बाला जी,
बड़ा प्यारा लगे है दरबार बाला जी,
केसरिये पटके पे श्री राम लिखाया है,
सिंदूर तेरे तन पे क्या खुभ सजाया है,
सांचे है फूलो के हार बाला जी,
बड़ा प्यारा लगे है दरबार बाला जी,
ये लाल लंगोटा है तेरे हाथ में सोटा है,
सब कहते है बाबा तू देव न छोटा है,
शक्ति का तुझमे भण्डार बाला जी,
बड़ा प्यारा लगे है दरबार बाला जी,
तेरे दर पे घूम रही लाखो नर नारी है,
तेरे नाम की भगतो पे छाई खुमारी है,
वो भगतो को देता तू प्यार बाला जी,
बड़ा प्यारा लगे है दरबार बाला जी,
वो एस के पांचल भी तेरी महिमा गा बैठा,
बस तुझको ही बाबा दिल में वसा बैठा,
क्यों करता राज मेहर जैकार बाला जी,
बड़ा प्यारा लगे है दरबार बाला जी,