हारने न देगा हमे हारने न देगा,
हारे का साथी ख़ास है,
अरे डरने की क्या बात है खाटूवाला अपने साथ है,
पत्थर में फूल खिलाता है बिछड़े हुए को मिलाता है,
अनहोनी को वो होनी कर दे भक्तो की खाली झोली भर दे,
तेरे दिल में जो है मांग ले तू भी ये तो दुआ की रात है,
अरे डरने की क्या बात है खाटूवाला अपने साथ है,
सब को गले से लगाता है दरबार जो भी आता है,
एक ही नजर से सब को देखे,जीना भी क्या मायूसी लेके,
मेरा श्याम अगर संग हो जाए तो खुशियों की बरसात है,
अरे डरने की क्या बात है खाटूवाला अपने साथ है,