आये अवध श्री राम मंगल गाओ री
संग में लखन सियां हनुमान मन हरषाओ री,
आये अवध श्री राम मंगल गाओ री
पानी का ढोता भर ले आउ सखी सूंदर जय माल सजाउ,
आये कमल नैन सुख धाम,मन हरषाओ री,
आये अवध श्री राम मंगल गाओ री
कनक भवन की झांकी न्यारी,
निरखि मन जाए बलहारी,
जगमग राम की बड़ी दया घाट मंगल गाओ री,
आये अवध श्री राम मंगल गाओ री
घर घर ज्योत जली है निराली अवध में आज मणि है दिवाली,
लागे धरती स्वर्ग समान मंगल गाओ री ,
आये अवध श्री राम मंगल गाओ री