जय श्याम बोल जय श्याम बोल ,
पावन नाम यही है सबसे,
है अनमोल है अनमोल,
जय श्याम बोल जय श्याम बोल
जितनी कमा ले माया साथ न जानी,
भेदो में पुराणों में है इसकी कहानी,
तू भी मान ले बात मन की,
आंखे तू खोल आंखे तू खोल,
पीछा न छोड़ेगा ये कर्मा का लेखा,
कब तक रहे गा प्राणी तू अनदेखा,
अपना धीरज कभी न करना तू डामा डोल,
जय श्याम बोल जय श्याम बोल,
सोचे रहा हु कौन देख रहा है,
उसकी निगहाओं से पर कौन बचा है,
उसकी आँखों में रहती हर पल सारी भूगोल,
जय श्याम बोल जय श्याम बोल
चार दिनों का जीवन जान ना पाया,
एक बचा है तीन तूने बिताया,
थोड़ा घर में कमा ले ये माटी में रोल
पावन नाम यही है सबसे
जय श्याम बोल जय श्याम बोल