श्याम के चरणों में आ कर सिर झुका कर देख ले
दाता के दरबार में तू अपना माथा टेक ले
मिल रहा सस्ते में तुझको ये खजाना प्यार का,
देख ले तू भी करिश्मा श्याम के दरबार का,
श्याम को दिल के झरोखे में बिठा कर देख ले
श्याम के चरणों में आ कर सिर झुका कर देख ले
जिसने भी इसको रिजाया श्याम उसका हो गया,
ये समज लो संवारे से प्रेम पका हो गया,
श्याम का बन जा दीवाना तू रिजा कर देख ले
श्याम के चरणों में आ कर सिर झुका कर देख ले
मौज लुटी है उसी ने राज ये जाना है जो
जगमगाती ज्योति का परवाना है जो
श्याम के नजदीक आजा लोह लगा कर देख ले
श्याम के चरणों में आ कर सिर झुका कर देख ले
इसकी यादो को संजो कर जो हुआ है वन्वारा,
ऐसे प्रेमी को हमेशा याद रखता संवारा
बिन्नू इस की याद में खुद को बुला कर देख ले
श्याम के चरणों में आ कर सिर झुका कर देख ले