बांह फड़ के साहनु भी भने ला जा आसा भी माये पार लंगना,
दुखा ते समुंदरा च बेड़ी पई आ डोल दी,
आजा माँ आजा तेरी राह पाई आ टोल दी,
कर किरपा ते सीधे रहे पा जा,
आसा भी माये पार लंगना,
तेरे बिना दिसदा सहारा साहनु होर न,
तेरे सिवा माये सड़ा चले किते जोर न,
सड़ा टूटा जंदा होंसला वधा जा,
आसा भी माये पार लंगना,
आखिरी ने पल माये आखिरी हिसावा ने,
आजा बंद हों नु एह दास दी निगाहावा ने,
वेला आखरी है दर्श दिखा जा,
आसा भी माये पार लंगना,