मैया है मेरी, शेरोंवाली,
शान है माँ की बड़ी निराली,
सच्चा है माँ का दरबार,
मैया का जवाब नहीं…..
ऊँचे पर्वत भवन निराला,
भवन मे देखो सिंह विशाला,
सिंघ पे है मैया जी सवार,
मैया का जवाब नहीं,
सच्चा है माँ का दरबार,
मैया का जवाब नहीं.....
माथे की बिंदियां चम चम चमके,
हाथो का कंगना खन खन खनके,
लाल गले मे हार,
मैया का जवाब नहीं,
सच्चा है माँ का दरबार,
मैया का जवाब नहीं......
माँ है दुर्गा माँ है काली,
भक्तों की झोली भरने वाली मैया,
करती बेड़ा पार,
मैया का जवाब नहीं,
सच्चा है माँ का दरबार,
मैया का जवाब नहीं…..
नंगे पेरौ अकबर आया,
ला सोने छत्र चढ़ाया,
दुर किया अहंकार,
मैया का जवाब नहीं,
सच्चा है माँ का दरबार,
मैया का जवाब नहीं…..
मैया है मेरी, शेरोंवाली,
शान है माँ की बड़ी निराली,
सच्चा है माँ का दरबार,
मैया का जवाब नहीं..