इच्छा यही मन में मैया मेरे जीवन में,
कोई ऐसा भी पल आये कोई ऐसा भी पल आये,
जब मुझको गले से माँ तू अपने लगाने को
मूरत से निकल आये मूरत से निकल आये,
इच्छा यही मन में
जब जब सपनो में तेरा दीदार करता हु,
विनती यही तुमसे मैं माँ हर बार करता हु,
सपनो की तरह तेरा मिलना ये हक़ीत में,
इक वार बदल जाए इक बार बदल जाए,
इच्छा यही मन में मैया मेरे जीवन में,
आंखे तेरी मूरत को जब निहारा करती है,
जाने क्या हो जाता इन्हे जे झर झर बहती है,
नैना भी यही सोचे रोटा इन्हे देख कर,
श्याद तू पिगल जाए,
इच्छा यही मन में मैया मेरे जीवन में,
मुझपर तेरा इतवार है उपकार हो जाए,
ईशा मेरी जीवन की ये साकार हो जाए,
सोनू कहे फिर चाहे ये प्राण मेरे तन से,
उस पल ही निकल जाए,
इच्छा यही मन में मैया मेरे जीवन में,