मने इतना बता दे श्री श्याम जी,के लोगे तुम आने का,
बात देख रेहा तेरी संवारे भक्त तेरा हरियाने का,
तेरी खातिर श्याम धनि सरसों का साग बना रखेया,
बाजरे की रोटी उपर मने मखन खूब लगा रखेया,
दूध दही के भरे कटोरे के लोगे तुम खाने का,
बात देख रेहा तेरी संवारे भक्त तेरा हरियाने का,
जब खाना खा लो श्याम धनि मैं तेरे पैर दबाऊ गा,
कुछ तू अपनी कहिये बाबा कुछ अपनी तने सुनाऊ गा,
देदे मोका अपनी सेवा में मने भी टाइम बिताने का,
बात देख रेहा तेरी संवारे भक्त तेरा हरियाने का,
जद टाइम होवे गा छोटा संवारे,
गाव में तने गुमाऊ गा,
मेरे गाव की गली खेत मेरे श्याम जी तने दिखाऊ गा,
हरयाने के जैसा मजा तने और किते न आनेगा,
बात देख रेहा तेरी संवारे भक्त तेरा हरियाने का,
मने लिख दी अर्जी श्याम धनि अब आना पड़े जरुरु रे,
विक्की के मन की चाहे संवारे कर दे पूरी रे,
संदीप के जैसा भगत संवारे और किते न पाने का,
बात देख रेहा तेरी संवारे भक्त तेरा हरियाने का,