जी भर नचा ले हमको तेरे दरबार में,
दुनिया के आगे नाचू वो दिन न आये,
हम तेरे हो जाए यही एहसान काफी है
फिर जीवन में मेरा न कुछ अरमान वाकी है
किसी और की फिर हम को नही दरकार है
दुनिया के आगे नाचू वो दिन न आये
जी भर नचा ले हमको तेरे दरबार में,
ये दुनिया वाले तो लाज के पीछे रहते है
थोदी सी मदत करके जमाने भर में कहते है,
दूर ही रखना हम को ऐसे संसार से,
दुनिया के आगे नाचू वो दिन न आये
जी भर नचा ले हमको तेरे दरबार में,
मेरी धडकन तुम ही हो मेरा तो जीवन तुम ही हो
बस इतना समज लो श्याम मेरा तो सब कुछ तुम ही हो
चोकठ पे तेरी बाबा मेरा परिवार है,
दुनिया के आगे नाचू वो दिन न आये
जी भर नचा ले हमको तेरे दरबार में,