कभी रूठना न बाबा हमारे,
हम जी रहे है तुम्हारे सहारे,
आंसू भी तप तप भूले हमारे,
मेरी जिंगदी को तू ही सवारे,
कभी रूठना न बाबा हमारे,
जीवन में सुख दुःख है आते तेरी दया से हम न गबराते,
हाथ उठाना न सिर से हमारे तेरी मेहरबानियों से जीवन गुजारे ,
कभी रूठना न बाबा हमारे,
मेरी खटाओ पर गौर न करना,
नजरो से मुझको अपनी दूर न करना,
पापो का है गड़ा मेरा भारी,
तू ही अब मुझे पार उतारे,
कभी रूठना न बाबा हमारे,
तू ही तो मेरा सतगुरु तू ही मेरा साई,
तुझमे दिखे मुझको दुर्गा माई,
तेरे चरणों में जीवन बिताना,
दास के विनती न ठुकराना,
कभी रूठना न बाबा हमारे,