साँवरे तुझ पे दिल आ गया है,मुझपे जादू छा गया है,
सांवला सा ये मुखड़ा सलोना आत्मा को मेरी भा गया है,
उफ़ ये माथे पे लटकली काली काली तेरी,
जादू गर है नजर त्रिशि वाली तेरी,
तेरी लटकन में मन है ये अटका हुआ,
मिलगई राह दिल था भटका हुआ,
देख ले ये दीवाना नया है,
मुझपे जादू छा गया है,,,,,,,
तेरी गलियों के चाकर लगाने लगा,
खाटू ग्यारस के ग्याररस मैं आने लगा,
शीश दानी जो तेरी कहानी सुनी,
सिर तेरे सामने मैं झुकाने लगा,
तुझको अपना बना के मजा आगेया,
हाल दिल का सुनाके मजा आगेया,
तेरी महफ़िल में आके मजा आ गया,
नैन तुझसे लड़ा के मजा आ गया,
क्या कहु और कहने को क्या है,
मुझपे जादू तेरा छा...
गूढ़ता मोहन को तू मिल गया,
श्याम की शक्ल में आके तू मिल गया,
देखता था जिसे रोज सपनो में श्याम संदेय में वो रोबों रूह हो गया,
तू मिला है ये तेरी दया है,
मुझपे जादू छा गया है