बता दो एह मेरे मोहन तेरा दीदार कैसे हो,
बड़ी मुश्किल में हु मोहन तेरा दीदार कैसे हो,
तुम्हारा प्यार पा कर के हजारो तर गये लेकिन,
बड़ा पापी हु मैं मोहन मेरा उधार कैसे हो,
कभी राधा के संग मोहन कभी मीरा के मनमोहन,
मेरा तुम से मेरे मोहन मिलन इक बार कैसे हो,
डगर भी है बड़ी मुश्किल सफर भी है बहुत लम्बा,
ये भव सागर अगम गहरा है इस से पार कैसे हु,