मात पिता से जन्म के साथी रवे से जन्म जन्म के साथी,
समे पे काम ना आवे जितने यार दोस्त सह मात,
मात पिता से जन्म के साथी रवे से जन्म जन्म के साथी,
माँ की ममता पिता का प्यार से,
आज तेरे नही कोठी कार से.
तू ब्रंदंड कपड़ा में रवे पाप की धोती फाटी,
मात पिता से जन्म के साथी रवे से जन्म जन्म के साथी,
ऊँगली पकड़ के चलाना सिखाया आगे का सही मर्ग दिखाया,
मात पिता का बन तू सहारा उन के हाथ की लाठी,
मात पिता से जन्म के साथी रवे से जन्म जन्म के साथी,
उतम छोंके मात पिता और गुरु की शरण में रहवे से,
धन्य धन्य मेरे मात पिता जन्म भूमि की ये माती ,
मात पिता से जन्म के साथी रवे से जन्म जन्म के साथी,