बाबा तुझे सजाऊ मैं तो करू तेरा शिंगार,
खुशियों के फूलो से सजाये तू मेरा घर बार
तन मन रहे मंगन सेवा में रोम रोम खिल जाए ,
तुझको देखू मुश्काता मेरा अंतर मन मुस्काये ,
तेरे चरण पखारू मुझको चरनामत मिल जाए ,
दो हाथो की सेवा पे देने के हाथ हजार,
खुशियों के फूलो से सजाये तू मेरा घर बार
मैं अपने हाथो से नित नित चोकठ तेरी बुखारु,
करू आरती तेरी और मैं पल पल तुझे निहारु,
करू शुकरीयाँ बाबा तेरा जीवन तुझपे वारु,
तेरी दया की दोलत से मेरा सुखी हुआ संसार,
खुशियों के फूलो से सजाये तू मेरा घर बार
मेरे कुछ कहंने से पहले ईशा पूरी करे तू,
रूखे सूखे भोग के बदले मेरी झोली भरे तू,
थोड़ी सी तकलीफ हो मेरे सिर पे हाथ धरे तू,
चोखानी है धन्य के तेरा दिया था परिवार,
खुशियों के फूलो से सजाये तू मेरा घर बार