सारा गोकुल सारा गोकुल नचा डाला श्याम तेरी बंसी ने,
इस बंसी की धुन है निराली,
नाचे हर ब्रिज बाला श्याम तेरी बंसी ने,
सारे कहते राग सुराला मोहन जब भजाये,
खिल उठती है मन की कलियाँ सारे मगन हो जाए
जल उठे है प्रेम के दीपक फैला है उज्यारा,
श्याम तेरी बंसी ने .....
जादू गर है तेरी बंसी राधा जी है सौतन,
पर सौतन भी रह न पाए तेरे बंसी के बिन,
सारी दुनिया में वंध जाता कौन बड़ा निराला
श्याम तेरी बंसी ने
हे लीला घर तेरी बंसी जब जब भजति जाए,
नाचे सब दीवाने तेरे ऐसा प्रेम जगाये,
नूर जॉली मनमोहन है श्याम सूंदर मत वाला जादू डाला,
श्याम तेरी बंसी ने