सँवारे सलोने जैसा यार मिल गया ,
जीवन को जीने का उधार मिल गया,
सँवारे सलोने जैसा यार मिल गया ,
मोती को सीप जैसे नाव को किनारा,
ऐसा मिला है मुझको श्याम का सहारा,
भटके जैसे राही को इक सार मिल गया,
सँवारे सलोने जैसा यार मिल गया ,
दूर ये सफर है बड़ा चलना कठिन है,
पथ पथ रीले सारे सम्बलना कठिन है,
अँधेरी डगर पर वो हर बार मिल गया,
सँवारे सलोने जैसा यार मिल गया ,
धीर क्या छुपा है मन में सब जानता है,
हालत क्या है मेरे पेहचानाता है,
मेरे हर बुलावे पे त्यार मिल गया,
सँवारे सलोने जैसा यार मिल गया ,