मेरे साई बाबा साई,
सब की तुन सुनता है तुझे क्यों मेरी ही याद न आई,
मेरे साई बाबा साई
साई जब आँख खुली कांटो में जीवन पाया,
इस मन में कभी कोई फूल नहीं खिल पाया ,
इस मन का बस इक सपना मेरा साई बना ले मुझे अपना,
मेरे साई बाबा साई
मेरी पुकार कभी न कभी तो देगी तुझे सुनाई,
मेरे साई बाबा साई
बाबा ये जीवन मैंने कर दियां तेरे हवाले,
अब चाहे भगाले अपनी शरण लगा ले,
अब तुझसे ही आस मुझे बाबा मत करो निराश मुझे बाबा,
मेरे साई बाबा साई
अब साई बस तेरे सिवा मुझे दे कुछ भी न दिखाई,
मेरे साई बाबा साई