मेरी जीवन नैया डोल रही मेरी जीवन नैया,
ये तो साईं साईं बोल रही मेरी जीवन नैया ,
गेहरा सागर दूर किनारा साईं है तेरा ही सहारा,
भगतो को कष्टों से उभारा बाबा तू ही तारण हारा,
भेद न पाया कोई तुम्हारा हे जग के खिवैयाँ,
मेरी जीवन नैया डोल रही मेरी जीवन नैया,
मैं हु सेवक तुम हो मेरे स्वामी साईं मेरे अंतर यामी,
कोई नही है तुमसा दानी अमृत बाबा तेरी वाणी,
तुम चन्दन हो हम है पानी तुम ही शीतल छैयां,
मेरी जीवन नैया डोल रही मेरी जीवन नैया,
बाबा मुझको पार लगा दो इस वीरान की बिगड़ी बना दो ,
झूठा मन का भ्रम मिटा दो मन में ज्ञान की ज्योत जगा दो,
गीता का उपदेश सुना दो बन के कृष्ण कन्हियाँ,
मेरी जीवन नैया डोल रही मेरी जीवन नैया,