मैं मजनू दीवाना हु पागल हु तेरा
मेरे साईं मेरी तू तडपन मिटा दे,
सवर जाएगा साईं जीवन ये मेरा,
मुझे साईं शिडी का रस्ता दिखा दे,
सैटरंगी दुनिया से मुझको क्या लेना रंग प्यार का साईं अपना चड़ा दे,
हर इक रंग में मुझको आये नजर तू
मेरे साईं नजरो को ऐसा बनादे,
मैं मजनू दीवाना हु पागल हु तेरा
फटा हाल मेरा है है पैरो में छाले,
मैं चल चल के गिरता तू ही सम्बाले,
कही मर न जाऊ आकार बचा ले
मुझे साईं अपने गले लगा ले
मैं मजनू दीवाना हु पागल हु तेरा
नजरे कर्म जिसमे तेरी न होती नही भीन सकता वो खुशियों के मोती,
जो जपता है माला जलाता है ज्योति,
साईं दर से उसको मिले हीरे मोती
मैं मजनू दीवाना हु पागल हु तेरा