सझ धझ बेठा बाबा चलो दर्शन पा लो जी,
चलो नए साल में अपने सोये भाग जगा लो जी,
कलयुग का देव यही सची सरकार है,
हारे का साथी है ये महिमा अपार है,
जो चाहे लेलो झोली फेलालो जी,
चलो नए साल में अपने सोये भाग जगा लो जी,
आये शरण में जो भी गले से लगाता है,
भगतो की बिगड़ी पल में संवारा बनाता है,
मन की सारी उल्जन अब तुम सुल्जा लो जी,
चलो नए साल में अपने सोये भाग जगा लो जी,
बिन मांगे खुशियाँ देता भरता भण्डार है,
खाटू वाले के दर न होता इनकार है,
जन्म जन्म की बिगड़ी तुम आज बना लो जी,
चलो नए साल में अपने सोये भाग जगा लो जी,
कर दो ये जीवन अपना इनके हवाले,
बन कर के माझी नैया खुद ये सम्बाले,
नेक चरण में इनके चलो शीश जुका लो जी,
चलो नए साल में अपने सोये भाग जगा लो जी,