खाटू में जाके श्याम का दरबार देखलो,
भक्तो पे जो बरस रहा वो प्यार देखलो,
खाटू में जाके श्याम ........
चार चाँद चार तारे सब झूमते यहाँ,
मस्ती अनोखी एसी भला पाओ गे काहा,
भगतो का झूमता यहाँ संसार देखलो,
खाटू में जाके श्याम .....
धोखा अगर मिले तुमसे संसार से कभी,
जब नाव डूबने लगे मजधार में कभी,
करते पार नीले का असवार देखलो,
खाटू में जाके श्याम ......
इक जा के देखलो दरबार श्याम के,
निच्ती बनोग्ये तुम सुनो दीवाने नाम के,
जाऊ गे दर पे श्याम के हर बार देखलो,
खाटू में जाके श्याम .....