मेरे जीवन को सवारा तूने ही सँवारे,
करदी इस दुखियारी पे खुशियों की छाँव रे,
मेरे जीवन को सवारा तूने ही सँवारे,
तुमसे जुड़ा है बाबा जीवन का सपना,
खाटू धाम आउ जब भी लगता है अपना,
बन गई नाम से तेरे पहचान सँवारे,
मेरे जीवन को सवारा तूने ही सँवारे,
जिस को संग में लाती श्याम तेरे दर पे,
अपना बनाया उसे रखा हाथ सिर पे,
दर से नहीं खाली जाता कोई भी सँवारे,
मेरे जीवन को सवारा तूने ही सँवारे,
मिलता न इस जीवन में यश को सहारा,
अविनाश कहता बाबा हारे का सहारा
निर्धन आके धनवान बन गई सांवरे,
मेरे जीवन को सवारा तूने ही सँवारे,