मेरे श्याम सा निराला कोई और नहीं है
हम दीनो का रखवाला कोई और नहीं है
मेरे श्याम सा निराला .........
जीवन की बाज़ी जो हरा उसका बना सहारा ये तो
जिसकी नैया डूब रही थी उसको दिया किनारा उसने
हमको राह दिखाने वाला कोई और नहीं है
मेरे श्याम सा निराला .........
बनके सुदामा जो भी आया कर दिए वारे न्यारे इसने
किस्मत से ज़्यादा ये देता भर देता भण्डारे ये तो
सोये भाग जगाने वाला कोई और नहीं है
मेरे श्याम सा निराला .........
कहने की दरकार नहीं है बिन मनाने मिल जाए देखो
अपने सेवक की मंशा का पता इसे चल जाए देखो
दुःख में साथ निभाने वाला कोई और नहीं है
मेरे श्याम सा निराला .........
हर्ष ज़रा चरणों में झुक जा ये है सच्चा साथी अपना
तूफानों में भी दीपक की जलती रहेगी बाते तेरे
हमको गले लगाने वाला कोई और नहीं है
मेरे श्याम सा निराला .........