सांवरिये दीदार तेरा पाने आए हैं
मंदिर के पट खोल तेरे दीवाने आए हैं
लम्भी लम्भी लगी है कतारे,
अद्भुत नजारे खाटू धाम के,
गूंज रहे है धरती गगन में जयकारे बाबा तेरे नाम के,
अपने दिल का हाल तुझे सुनाने आये है,
मंदिर के पट खोल तेरे दीवाने आए हैं
तू तो बेठा मंदिर में छुप कर बाहर परेशान प्रेमी तुम्हारे,
इक झलक पाने को तुम्हारी बेचैन है याहा सारे के सारे,
अर्जी तुमसे अपनी लगाने आये है,
मंदिर के पट खोल तेरे दीवाने आए हैं
आँखों में तेरे शीश की सूरत मन मोहना तेरी प्यारी सी मूरत,
सारी दुनिया लगती है फीकी बस एक लगता तू खुबसूरत,
कुंदन से ये प्रीत बडाने आये है,
मंदिर के पट खोल तेरे दीवाने आए हैं